The Railway Man: शिव रवैल द्वारा मनोरंजक डेब्यू, के के मेनन और आर माधवन अभिनीत
Entertainment
18-Nov-2023
1984 में भोपाल में, द रेलवे मेन की शुरुआत यूनियन कार्बाइड के बाद हुई घटनाओं से होती है। रिपोर्टर ने त्रासदी के बीच गांधी पर चिंतन करते हुए माहौल तैयार किया।
परिणाम के साथ शुरुआत करने का रवैल का निर्णय श्रद्धांजलि देता है। चेरनोबिल से प्रेरित, यह श्रृंखला भारतीय रेलवे की नजर से इस त्रासदी को उजागर करती है।
मिलिए इफ्तेकार सिद्दीकी और रति पांडे से। कॉरपोरेट लालच के बीच उभरे रेलवे के नायक भोपाल आपदा के बाद का एक स्नैपशॉट।
इफ्तेकार का आपदा रोकने का प्रयास रेलकर्मियों की बहादुरी को दर्शाता है। सीरीज में उनके प्रयासों की तुलना कॉर्पोरेट लापरवाही से हुई तबाही से की गई है।
रेलवे के लोग यूनियन कार्बाइड की अव्यवस्था और लापरवाही की पड़ताल करते हैं। सरकारी भूमिकाओं को छुआ गया, लेकिन नायकों पर ध्यान केंद्रित किया गया, राजनीति पर नहीं।
इंदिरा गांधी की हत्या पर आधारित यह सीरीज सिख विरोधी हिंसा को दर्शाती है। समसामयिक समानताएँ प्रतिध्वनित होती हैं, जो दुखद घटना के दौरान सामाजिक चुनौतियों का चित्रण करती हैं।
सीरीज सूक्ष्मता से भोपाल के लोगों के साथ भारतीय रेलवे की एकता पर जोर देती है। इच्छापूर्ण स्वर के बावजूद, यह बलिदान और लचीलेपन की एक मार्मिक तस्वीर पेश करता है।