Ratlam, you would have never seen such grandeur and glory.
Ratlam, you would have never seen such grandeur and glory.
रतलाम स्थापना महोत्सव : 2100 वीर वीरांगनाए
तलवार लहराकर दिखाई ताकत,
ऐतिहासिक कार्यक्रम के रतलामवासी बने साक्षी
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रतलाम। रतलाम की पावन धरा पर पहली बार साहस, शौर्य, पराक्रम का अदभुत नजारा देखने को मिला। रविवार शाम नेहरू स्टेडियम में 2100 वीर वीरांगना नारी शक्ति हाथों में चमचमाती तलवारें लहराकर जय भवानी जय शिवाजी के उद्घोष के साथ अपने कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
ऐतिहासिक समारोह में मुख्य अतिथि बतौर मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्री चेतन्य काश्यप मौजूद थे।
अध्यक्षता महापौर श्री प्रहलाद पटेल ने की और मुख्य वक्ता बतौर धार से राष्ट्र सेविका समिति की बौद्धिक प्रमुख श्रीमती अमृता भावसार मौजूद थीं। विशेष अतिथि बतौर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री प्रदीप उपाध्याय और नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा थीं।
मौका था बसंत पंचमी पर रतलाम के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में नगर निगम और रतलाम स्थापना महोत्सव समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित वीर वीरांगना के कौशल प्रदर्शन का।
माताएं, बहने, युवतियों पीले व भगवा वस्त्र में हाथों में तलवार लेकर भारत माता की जयकार और जय भवानी, जय शिवाजी, जय जय श्री राम, हर हर महादेव की गूंज के साथ अपने साहस का प्रदर्शन करती नजर आई।
नगर निगम और रतलाम स्थापना महोत्सव समिति द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।
कार्यक्रमों की श्रृंखला में यह भव्य आयोजन के रतलामवासी साक्षी बने।
भव्य समारोह में मंचासीन अतिथियों का स्वागत रतलाम स्थापना महोत्सव के संयोजक मुन्नालाल शर्मा, समिति अध्यक्ष प्रवीण सोनी और सचिव मंगल लोढ़ा, आयुषी जलज सांकला, गौरव त्रिपाठी आदि ने किया।
स्वागत भाषण रतलाम स्थापना महोत्सव समिति के अध्यक्ष प्रवीण सोनी ने दिया।
कार्यक्रम की रूप रेखा पर प्रकाश, रतलाम स्थापना महोत्सव के संयोजक मुन्नालाल शर्मा ने डाला।
कार्यक्रम के अंत में वीर वीरांगनाओं को चेतन्य काश्यप फाउंडेशन की ओर से प्रसाद स्वरूप मिष्ठान का वितरण किया गया। भव्य समारोह में समिति की ओर से समिति सदस्य रामबाबू शर्मा, गोपाल शर्मा, अनुज शर्मा, पवन सोमानी, आदित्य डागा, ललित दख, सुशील सिलावट, राजेंद्र पाटीदार, राजेंद्र अग्रवाल, गौरव मूणत, रवींद्र पाटीदार, अनिल कटारिया, राकेश नाहर, राजेंद्र पाटीदार (आयुष्मान), गोपाल शर्मा (तार वाला), राकेश पीपाड़ा, सौरभ श्रीमाल, मनीष सुरेका, नरेंद्र श्रेष्ठ, सत्यजीत राजावत, अभय काबरा सहित अन्य सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद थे। संचालन विकास शैवाल और रामबाबू शर्मा ने किया। कार्यक्रम के तीसरे दिन 3 फरवरी-2025 को रतलाम राज्य के जनक महाराजा रतनसिंहजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण समारोह सुबह 11 बजे धूमधाम से किया जाएगा।
बड़ी कल्पना को सार्थक करना अत्यंत सराहनीय
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बतौर मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्री काश्यप ने कहा कि वीर वीरांगना के शस्त्र कौशल के प्रदर्शन की कल्पना कर उसे सार्थक करना एक बड़ी कल्पना थी।
आयोजन समिति ने अपने विचार को मूलरूप देकर नारी शक्ति के माध्यम से साहस, शौर्य का परिचय दिया है।
यह रतलामवासियों के अलावा संपूर्ण नारी शक्ति को गौरवांवित करता है। भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश सरकार नारी शक्ति का सम्मान शुरू से करती आ रही है।
प्रदेश सरकार ने खिलाडिय़ों की माताओं को वीर शिवारजी की मां जीजामाता के नाम से सम्मानित किया है। इसके अलावा नारी शक्ति समय-समय पर विभिन्न रूपों से परिवार और समाज को निरंतर प्रेरणा देती आ रही हैं।
मुख्य वक्ता धार से राष्ट्र सेविका समिति की बौद्धिक प्रमुख श्रीमती अमृता भावसार ने अपने तेजस्वी और औजस्वी भाषण से सभी को आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि आज मैं स्वयं को छोटी बच्चियों से लेकर महिलाओं को भगवा वस्त्र और हाथों में तलवार देखकर गौरवांवित महसूस कर रही हूं।
भारत की स्त्री जब परामक्रम धारण करती है तो संसाक की कोई भी शक्ति उसके सामने नहीं टीक सकती है। रतलाम की धरती पर मातृशक्ति के शस्त्र कौशल का अद्भूत नजारा देखकर हम सब साक्षी बनेंगे।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे महापौर श्री पटेल ने नारी शक्ति का अभिवादन करते हुए कहा कि आप इसी तरह शस्त्र कौशल का अभ्यास जारी रखें। इसके अलावा महापौर श्री पटेल ने नारी शक्ति से स्वच्छता को लेकर भी अपील की।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री उपाध्याय ने नारी शक्ति को शस्त्र प्रशिक्षण के लिए पिछले एक माह से निरंतर अभ्यास की सराहना की। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को शास्त्र के साथ शस्त्र दोनों का ज्ञान होना आवश्यक है। समारोह में रतलाम की मातृशक्ति ने इसी रूप में अपना परिचय दिया है।