Nag Panchami 29 July क्यो कैसे मनाई जाती है भारत में इसका महत्व
News By : Rajesh Wasanwal
नाग पंचमी भारत का एक पारंपरिक और धार्मिक त्योहार है, जो नागों (सर्पों) की पूजा के लिए समर्पित होता है। यह श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन लोग नाग देवता की पूजा करते हैं और उनसे रक्षा, सुख-समृद्धि और शांति की कामना करते हैं।
🐍 नाग पंचमी का महत्व:
Nag Panchami 29 July क्यो कैसे मनाई जाती है भारत में इसका महत्व
- नागों की पूजा का धार्मिक महत्व:
- हिंदू धर्म में नागों को दिव्य और पूजनीय माना गया है।
- नाग देवता को भगवान शिव के गले का आभूषण और भगवान विष्णु के शेषनाग स्वरूप में भी जाना जाता है।
- स्कंद पुराण, महाभारत और अन्य ग्रंथों में नागों का व्यापक वर्णन है।
- प्राकृतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण:
- नागों को कृषि और पारिस्थितिकी के संरक्षक के रूप में भी देखा जाता है, क्योंकि वे चूहों जैसे कीटों को खाते हैं जो फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं।
- वर्षा ऋतु में यह पर्व मनाया जाता है, जब सांपों का ज़मीन पर आना आम होता है। इसलिए यह पर्व सांपों से बचाव और उनका सम्मान दर्शाने के लिए भी होता है।
- मान्यता और लोककथाएं:
- ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन पूजा करने से सर्पदोष और कालसर्प योग से मुक्ति मिलती है।
- महाभारत के अनुसार, जनमेजय द्वारा किए गए सर्प यज्ञ को रोकने के लिए नाग पंचमी का महत्व बढ़ा।
🛕 कैसे मनाई जाती है नाग पंचमी:
Nag Panchami 29 July क्यो कैसे मनाई जाती है भारत में इसका महत्व
- नाग देवता की पूजा:
- नाग देवता की मिट्टी, चांदी, पीतल या चित्र रूप में मूर्ति बनाकर पूजा की जाती है।
- दूध, हल्दी, चंदन, फूल, दूब और अक्षत से अभिषेक किया जाता है।
- विशेष आहार और व्रत:
- बहुत से लोग इस दिन व्रत रखते हैं।
- कुछ क्षेत्रों में विशेष पकवान बनाए जाते हैं जैसे पूरनपोली, खीर, या दही चिउड़ा।
- सांपों को दूध पिलाना (प्रथा):
- कई जगहों पर असली नागों को दूध पिलाने की परंपरा है, हालांकि आजकल पशु-संरक्षण की दृष्टि से इसे हतोत्साहित किया जाता है।
- लोकनृत्य और गीत:
- विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में नाग देवता की कथा गाई जाती है, और लोकनृत्य होते हैं।
📍 भारत के विभिन्न हिस्सों में नाग पंचमी:
- उत्तर भारत: नाग मंदिरों में दर्शन और पूजा होती है। लोग दीवारों पर नाग का चित्र बनाकर पूजन करते हैं।
- महाराष्ट्र: यहाँ महिलाएं घर के दरवाजे पर नाग का चित्र बनाकर उसकी पूजा करती हैं।
- दक्षिण भारत: विशेष पूजा और सांपों की मूर्तियों को मंदिरों में सजाया जाता है।
- बिहार और झारखंड: नागिन गीत गाए जाते हैं और नागों से संबंधित लोककथाओं का प्रदर्शन होता है।
🙏 निष्कर्ष:
नाग पंचमी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह प्रकृति, जीवन और सांपों के साथ सह-अस्तित्व का प्रतीक है। यह पर्व हमें सिखाता है कि हर जीव का इस धरती पर महत्व है, और हमें सभी प्राणियों के साथ सद्भाव से रहना चाहिए।
Nag Panchami 29 July क्यो कैसे मनाई जाती है भारत में इसका महत्व