Historic Free Trade Agreement (FTA) in final stages, PM on two-day visit
Historic Free Trade Agreement (FTA) in final stages, PM on two-day visit इतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) अंतिम चरण में PM दो दिवसीय दौरे पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 23 जुलाई 2025 को यूके के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हुए हैं, जहाँ एक इतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) अंतिम चरण में है। यह समझौता यूके के साथ ब्रेक्सिट के बाद भारत का पहला प्रमुख FTA होगा और दोनों देशों के बीच आर्थिक-रणनीतिक संबंधों को एक नई ऊँचाई पर ले जाएगा ।
FTA के मुख्य पहलू:
- 99% भारतीय निर्यात (जैसे वस्त्र, रत्न, कृषि उत्पाद) पर शुल्क समाप्ती।
- ब्रिटिश व्यापार (व्हिस्की, ऑटो) पर धीरे-धीरे शुल्क में कटौती।
- भारत ने कृषि को प्रवेश से बाहर रखा, ताकि किसानों की सुरक्षा बनी रहे ।
- यूके को भारत की सार्वजनिक खरीद में प्रवेश मिलेगा; कामगारों के लिए वीजा, व्यावसायिक मान्यता में सुधार शामिल हैं ।
क्या महत्व है?
- “Make in India” को बहुप्रतिक्षित सहयोग — करीब 50 लाख नए रोजगार का मार्ग खुला।
- निषेधाज्ञान: संसद की मंजूरी के बाद 2026 तक लागू होने की उम्मीद ।
- रक्षा, तकनीक, ऊर्जा साझेदारी हो सकती है — आर्थिक समझौते से कहीं आगे जाकर भारत-यूके रणनीतिक गठजोड़ मजबूत हो सकता है ।
पीएम मोदी की यात्रा कार्यक्रम:
- यूके (23–24 जुलाई):
- ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर और किंग चार्ल्स III से मुलाकात।
- FTA के अंतिम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर और कानूनी जांच (“legal scrubbing”) ।
- मालदीव (25–26 जुलाई):
- इस राज्य यात्रा में द्विपक्षीय समझौतों की बातचीत और रणनीतिक समन्वय की उम्मीद।
विपक्षी और जनता की प्रतिक्रिया:
- समर्थन में:
- व्यापारियों और एक्सपोर्टर्स ने इसे “गेम‑चेंजर” करार दिया;
- आर्थिक विश्लेषक इसे “ब्लूइकोनॉमिक ब्रिज” कहते हुए स्वागत कर रहे हैं।
- चिंताएँ:
- घरेलू विनिर्माण (विशेषकर कृषि) क्षेत्र पर विदेशी प्रतिस्पर्धा बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
निष्कर्ष: यह FTA न सिर्फ व्यापार के दरवाजे खोलता है, बल्कि भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। जब तक संसद से मंजूरी मिलती है, तब तक यह देश-भक्ति के साथ हमारे विकास की भी गूँज बना रहेगा।
Historic Free Trade Agreement (FTA) in final stages, PM on two-day visit
