बच्चों को खेल मैदान तक लाना ही खेल चेतना मेला का उद्देश्य – कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप
बच्चों को खेल मैदान तक लाना ही खेल चेतना मेला का उद्देश्य – कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप
रतलाम, 21 अक्टूबर। मन में कोई विचार आना और उसे जमीन पर उतारने में बहुत बड़ा अंतर होता है। चेतन्य काश्यप फाउंडेशन ने विचार आने के बाद 10-12 खेलों से खेल चेतना मेला की शुरुआत की थी और उसके बाद बीते 26 वर्षों से यह निरंतर जारी है| वर्तमान में इसमें 19 खेल शामिल है। इस बार 20 से 23 दिसंबर तक खेल चेतना मेला का आयोजन होगा।
यह बात फाउंडेशन अध्यक्ष, क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष और केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने खेल चेतना मेला आयोजन समिति के दीप मिलन समारोह में कही |
श्री काश्यप ने कहा कि बीते कुछ सालों से सांसद खेल महोत्सव की शुरुआत हुई है, यह भी खेल मेला का एक प्रकार है। इसने उसी विचार को आगे बढ़ाया, जो शहर के लिए उपलब्धि की बात है। खेल मेला बच्चों को खेल मैदान तक लाने के उद्देश्य से शुरू हुआ था , जिसका क्रम आगे भी जारी रखना है। शासकीय प्रयासों के साथ लगातार निजी प्रयास भी होना चाहिए। रतलाम नगर में खेलों का माहौल तैयार करने के लिए अभी भी योजना बनाकर चिंतन की आवश्यकता है।
बच्चों को खेल मैदान तक लाना ही खेल चेतना मेला का उद्देश्य – कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि चेतन्य काश्यप फाउंडेशन और क्रीड़ा भारती बच्चों को खेल मैदान से जोड़ने के लिए यह आयोजन कर रहे है। देश में क्रीड़ा भारती के माध्यम से जितने खेल हो रहे हैं, वह भी खेल चेतना मेला का प्रारूप है। पारंपरिक खेलों को शामिल करना अनुकरणीय है।
कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत भाषण क्रीड़ा भारती जिलाध्यक्ष डॉ गोपाल मजावदिया ने दिया। उन्होंने कहा कि 27 वर्ष से खेल चेतना मेला चल रहा है। इसकी प्रणेता श्रीमती नीता काश्यप रही। कार्यक्रम का संचालन खेल चेतना मेला आयोजन समिति सचिव मुकेश जैन ने किया। आभार क्रीड़ा भारती सचिव अनुज शर्मा ने माना।
