Bharat Bandh affects 10 central trade unions and 25 crore people
क्या है आज की स्थिति?
- कब? आज यानी 9 जुलाई 2025 (बुधवार)
- किसने बुलाया? कुल 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों (INTUC, AITUC, CITU, HMS, SEWA, TUCC, AICCTU, AIUTUC, LPF, UTUC) और किसानों/ग्रामीण मजदूर संघों ने संयुक्त रूप से इसका आह्वान किया है
- भारतीय मजदूर संघ (BMS) ने इसमें हिस्सा नहीं लिया indiatv.in।
- कितने लोग शामिल? अनुमानित 25 करोड़ (250 मिलियन) कर्मचारी/मजदूर/किसान यूनियनों को समर्थन दे रहे हैं ।
🎯 प्रमुख कारण
- रेलगाड़ियों, सार्वजनिक उद्यमों (PSUs) के निजीकरण का विरोध
- चार नए श्रम संहिताओं को हटाने की मांग
- नियमित वेतन, पुरानी पेंशन, ईपीएफ़ पेंशन में वृद्धि और 8‑घंटे कार्यदिवस की माँग
- मजदूर‑आधारित वार्ता व अधिकारों की बहाली
- भारत बंद का असर 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन 25 करोड़ लोग।
⚠️ असर – कौन‑कौन सी सेवाएँ प्रभावित होंगी?
क्षेत्र | स्थिति |
बैंक, बीमा, डाक सेवाएँ | अधिकतर बंद होने की संभावना |
कोयला खनन, निर्माण, राजमार्ग | प्रभावित |
राज्य परिवहन (बस, ट्रेन) | चलने की संभावना कम, कई जगह पर अवरुद्ध रहा |
स्कूल और कॉलेज | खुलेंगे, लेकिन परिवहन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं |
स्वास्थ्य आपातकाल/फायर/पुलिस | सक्रिय रहने की आशा |
सार्वजनिक परिवहन | कई शहरों में रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित; दिल्ली‑कोलकाता, कोच्चि आदि में रूट ब्लॉक और ट्रैफिक जाम |
— बेंगलुरु में आज फ्लैग मार्च और ट्रैफिक जाम की चेतावनी — Freedom Park के आसपास भारी भीड़
— कोलकाता, पटना, केरल में सड़क और रेल यातायात बाधित
📝 जनता के लिए सुझाव
भारत बंद का असर 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन 25 करोड़ लोग।
- बैंकिंग—डाक: आज ट्रांजैक्शन में देरी या ब्रांच बंद होनी संभव
- यातायात: समय दें, यदि संभव हो तो सार्वजनिक परिवहन से बचें, कॉन्संट्रेटेड एयर्पोर्ट या सड़क यात्रा बेहतर विकल्प हो सकते हैं
- बच्चे—स्कूल छात्र: स्कूल खुलेंगे, लेकिन परिवहन की स्थिति पर नज़र रखें
- एसेंशियल सेवाएँ: अस्पताल, फायर सर्विस, पुलिस आदि सामान्य रूप से संचालित होंगे
🔎 सारांश
9 जुलाई 2025 को भारत बंद है, जिसमें लगभग 25 करोड़ लोग देशव्यापी हड़ताल में शामिल हैं। इसका प्रमुख उद्देश्य श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों का विरोध करना है। बैंक, डाक, परिवहन, निर्माण इत्यादि सेवाओं में व्यवधान की संभावना है, लेकिन शिक्षा संस्थान और आपातकालीन सेवाएँ खुली रहेंगी। आम जनता को परिवहन में संभावित रुकावटों को ध्यान में रखते हुए योजना बनानी चाहिए।
भारत बंद का असर 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन 25 करोड़ लोग।