अनंत चतुर्दशी 2025: गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त
रतलाम में अनंत चतुदर्शी गणेश विसर्जन मुहूर्त, यह रहेगा खास झाकिया राम हनूमान लवकुश देंगे दर्शन
– सुबह का शुभ मुहूर्त: सुबह 7:26 से 9:10 बजे तक।
– दोपहर का शुभ मुहूर्त: दोपहर 1:54 से 3:28 बजे तक।
– दोपहर का अमृत मुहूर्त: दोपहर 3:28 बजे से शाम 5:03 बजे तक।
– शाम का लाभ मुहूर्त: शाम 6:37 बजे से रात 8:03 बजे तक।
– रात्रि शुभ मुहूर्त: रात 9:29 बजे से रात 10:55 बजे तक।
– अमृत काल: दोपहर 12:50 बजे से दोपहर 2:23 बजे तक।
– गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:37 बजे से शाम 7:00 बजे तक।
अनंत चतुर्दशी की झाकियो में उमडेगा जनसैलाब
अनंत चतुर्दशी 6 सितम्बर को धुमधाम से मनाई जावेगी इस दिन पुरे भारत देश में झाकिया अखाडे ढोल धमाको के साथ गणेश विसर्जन किया जाता है।
इस दिन झांकिया देखने दुर दराज से लोग आते है रतलाम शहर में इस दिन आखोडे झाकिया नीकलती है जिसे लोग बहुत बसर्बी से इंतजार करते है
देश के अलग अलग हिस्से में कई प्रकार की झाकिया निकाली जाती है लोग रात भर जझते है।
अनंत चतुर्दशी पर शहर में होगा झिलमिलाती झांकियों का निकलेगा कारवांय अखाड़ों में दिखेंगे करतबए सबसे पहले निकलेगी खजराना गणेश की झांकी अनंत चतुर्दशी चल समारोह के लिए पुलिस और प्रशासन की गाइडलाइनष्
पिछली बार रामगंज मण्डी में अनंत चतुर्दशी के जुलूस में 20 मंडलों की 25 झांकियाँ शामिल थीं और इसमें 20 हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे
झांकियाँ आकर्षण का केंद्रए पारंपरिक बाजार.मार्गों तकए लोगों ने दरवाजों और छतों से झाकिया निकारते है
नदीयो पर गणपति प्रतिमाओं का विधिवत पुजा अर्चना कर विसर्जन किया जाता है।
अखाड़ों दमदार प्रदर्शन तलवार चकरी बाइक स्टंट आग के गोले घूमाए जाने के साथ ही शक्ति और करतब से सभी हैरान रह जाते है।
इंदौर मध्य प्रदेश
यहा पर चल समारोह की परम्परा है रातभर झिलमिलाती झाकिया निकाली जाती है
जिसमें सबसे पहले खजराना गणेश मंदिर की झांकी प्रारंभ होती हैए इस कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक और सुरक्षा इंतज़ामों का विशेष ध्यान रखा जाता है।
प्रशासन ने झांकी और अखाड़ा संचालन के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी कीरू प्रदर्शन समय तयए नशा व खतरनाक हथियार वर्जित रहते है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निबटने हेतु प्रशासन मुसतेद रहता है। सीसीटीवी कैमरो से निगरानी प्रशासन द्वारा निगरानी क जाती है।
मुंबई में अनंत चतुर्दशी के मौके पर 24000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती और ड्रोन निगरानी के ज़रिए सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा प्रबंध किया जाता है।